शिमला, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजधानी शिमला में अवैध गैस सिलेंडरों की आपूर्ति को लेकर मिली गुप्त सूचना पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 190 सिलेंडर और एक ट्रक जब्त किया है। यह कार्रवाई जिला दण्डाधिकारी अनुपम कश्यप के निर्देश पर की गई। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम (कानून एवं व्यवस्था) पंकज शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की, जिसमें डीएसपी संदीप शर्मा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के निरीक्षक सुनील वर्मा तथा पुलिस कांस्टेबल ऋषिराज और अभिषेक शामिल थे।
टीम ने भट्ठाकुफर में नाका लगाकर ट्रक संख्या यूपी 80-एफटी 3282 को रोका। जांच करने पर ट्रक में कुल 190 सिलेंडर पाए गए, जिनमें 60 सिलेंडर भरे हुए (19.2 किलोग्राम प्रति सिलेंडर) और 130 सिलेंडर खाली थे। ट्रक चालक ने बताया कि यह खेप पंजाब के मोहाली स्थित गुड़वापिंड सकलापुरा रोड से लाई गई है और इसे शिमला शहर की चार गैस एजेंसियों को पहुंचाया जाना था। इनमें हिमालयन गैस एजेंसी शोघी, इशिता गैस एजेंसी टूटू से 6 किलोमीटर आगे, कपरेट गैस एजेंसी संजौली और हिमालयन गैस एजेंसी कुफरी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, हिमालयन गैस एजेंसी शोघी को 40 भरे हुए सिलेंडर दिए गए और बदले में 40 खाली सिलेंडर लिए गए। प्रत्येक सिलेंडर 21 किलोग्राम का था। इसके बाद इशिता गैस एजेंसी को 35 सिलेंडर 17 किलोग्राम और 15 सिलेंडर 21 किलोग्राम वजन वाले दिए गए, और उतने ही खाली सिलेंडर वापस लिए गए। कपरेट गैस एजेंसी संजौली को 32 सिलेंडर 19.2 किलोग्राम, 7 सिलेंडर 21 किलोग्राम और एक सिलेंडर 10 किलोग्राम का दिया गया। इनसे भी समान मात्रा में खाली सिलेंडर वापस लिए गए। ट्रक में जो 60 भरे हुए सिलेंडर बचे थे, उनकी डिलीवरी कुफरी में की जानी थी, लेकिन प्रशासन ने उन्हें पहले ही नाके पर जब्त कर लिया।
जांच में यह भी सामने आया कि जिन चार एजेंसियों के नाम पर सिलेंडरों की आपूर्ति की जा रही थी, उनके पास जिला प्रशासन द्वारा जारी कोई एक्सक्लूसिव सर्टिफिकेट नहीं है। ट्रक चालक द्वारा मौके पर दिखाए गए बिलों में भी किसी प्रकार के सर्टिफिकेट का उल्लेख नहीं था। अब मोहाली की उस गैस एजेंसी की भी जांच शुरू हो गई है, जहां से यह खेप रवाना की गई थी। विभाग यह पता लगा रहा है कि बिना वैध प्रमाण के शिमला की एजेंसियों को गैस कैसे भेजी गई।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 26 अगस्त को भी जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एसजेवीएन कार्यालय शनान के समीप एक गैस एजेंसी कार्यालय से तीन ट्रकों में लदे हुए लगभग 361 अवैध सिलेंडर जब्त किए थे। उस मामले की जांच भी अभी जारी है।
जिला दण्डाधिकारी अनुपम कश्यप ने कहा कि आम लोगों की सुरक्षा से जुड़े इस प्रकार के मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना सर्टिफिकेट के गैस की आपूर्ति गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और दोषियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन आम जनता की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए इस तरह के अवैध कारोबार के खिलाफ आगे भी सख्त अभियान चलाता रहेगा।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
You may also like
इस गांव में` ज्यादातर लोगों की गायब है एक-एक किडनी खाने की प्लेट से जुड़ी है वजह
मुख्य आर्थिक सलाहकार का दावा, 50% टैरिफ से भारत की जीडीपी ग्रोथ पर 0.50% पड सकता है असर
आगरा घूमने के` लिए गए थे पति-पत्नी तब वहां उन्हें मिला एक गाइड बोला चलिए घुमा देता हूं फिर बोला…
जयपुर के दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, एक्सक्लुसी फुटेज में जानें ईमेल में लिखा-जल्द करेंगे ब्लास्ट
क्या है वाहबिज दोराबजी का रिलेशनशिप स्टेटस? जानें उनकी जिंदगी के नए पहलू