शिमला, 30 मई . हिमाचल प्रदेश में मई के अंतिम दिनों में मानसून जैसी बारिश और ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है. राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को तेज बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई वहीं जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है. मौसम विभाग ने आगामी 5 जून तक येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. खासकर 31 मई और एक जून को भारी बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है.
शिमला में सुबह की बारिश ने रोका यातायात
राजधानी शिमला में शुक्रवार सुबह तेज बारिश हुई जिससे शहर का जनजीवन कुछ देर के लिए अस्त-व्यस्त हो गया. ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों और स्कूल जा रहे बच्चों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. शिमला के अलावा जुब्बड़हट्टी, कांगड़ा, पालमपुर, बैजनाथ और सुंदरनगर में भी गरज-चमक के साथ बारिश हुई.
लाहौल घाटी में किसानों के चेहरे खिले
लाहौल-स्पीति जिले की घाटी में ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई. मौसम में आए इस बदलाव से किसानों और बागवानों में उत्साह है. इस समय घाटी में नकदी फसलों की बुवाई हो रही है, जिसमें जल की आवश्यकता अधिक रहती है. स्थानीय किसानों ने बताया कि समय-समय पर हो रही वर्षा से उन्हें इस बार अच्छी फसल की उम्मीद है.
मैदानी जिलों में गर्मी से राहत
राज्य के मैदानी जिलों ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर में भी बारिश ने राहत दी है. तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी से जूझ रहे लोगों को मौसम ने राहत दी है. बीते दिनों जहां ऊना का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था वहीं अब पारा नीचे आया है. बिलासपुर में बीती रात 65 किलोमीटर प्रति घंटा और हमीरपुर के नेरी में 61 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चली, जिससे कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही.
31 मई और एक जून को भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी दो दिनों के लिए प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. 31 मई और एक जून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और बिजली गिरने की संभावना है. इसके अतिरिक्त 5 जून तक येलो अलर्ट भी प्रभावी रहेगा, जिसमें गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
बीते 24 घंटों में कई जगह दर्ज हुई भारी वर्षा
राज्य के कई इलाकों में बीते 24 घंटों के दौरान उल्लेखनीय बारिश हुई है. राजगढ़ में 70 मिमी, घाघस में 47 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 46.1 मिमी, कुसौली में 40 मिमी, बलद्वारा में 37 मिमी और धर्मपुर में 32.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा सोलन, मंडी और कांगड़ा के भी कई क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई है.
पर्यटन स्थलों पर बढ़ी सैलानियों की आवाजाही
मौसम में आए इस बदलाव ने राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी असर डाला है. शिमला व मनाली में हल्की ठंड और रिमझिम बारिश ने पर्यटकों को आकर्षित किया है. होटल व्यवसायियों के अनुसार जून के पहले सप्ताह के लिए एडवांस बुकिंग में बढ़ोतरी दर्ज की गई है जिससे पर्यटन कारोबार को संबल मिला है.
सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है. विशेष रूप से किसानों और बागवानों को ओलावृष्टि से बचाव के लिए फलों के बगीचों में जाली लगाने अथवा ओलावृष्टिरोधी टोपी लगाने की सलाह दी गई है. तेज आंधी-तूफान के समय लोगों को सलाह दी गई है कि वे किसी पक्की इमारत के भीतर सुरक्षित रहें, खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग हटा दें. बिजली गिरने की स्थिति में खुले स्थानों, खासकर पेड़ों के नीचे शरण न लेने की चेतावनी दी गई है.
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/ उज्जवल शर्मा
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