नई दिल्ली: एक छोटी सी लड़की, जो रोजाना अपने घर पर बड़े भाई को क्रिकेट का किटबैग लादकर प्रैक्टिस के लिए जाते देखती थी। भाई रन बनाकर आता तो पापा-मम्मी समेत सभी से मिलने वाली प्रशंसा सुनती थी। अखबार में भाई के बारे में न्यूज छपती तो कटिंग काटकर फाइल में चिपकाती थी। एक दिन कटिंग में लगा फोटो देखकर मन में आया- क्या मेरा भी छपेगा कभी नाम? बस ठान लिया कि क्रिकेटर बनना है। फिर शुरू हुई वो कहानी, जो रविवार (2 नवंबर) को भारतीय क्रिकेट में ऐतिहासिक पल लेकर आई। यह नन्ही सी लड़की थी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना, जिनके बल्ले से निकले रनों ने टीम इंडिया का 1973 से चला आ रहा इंतजार खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है। टीम की साथियों और दोस्तों में 'मैंडी' नाम से मशहूर स्मृति मंधाना ने महिला विश्व कप 2025 में रनों की ऐसी धूम मचाई कि उनकी टीम वर्ल्ड चैंपियन बन गई। जिस स्मृति मंधाना ने रिकॉर्ड बुक पर अपन नाम विराट कोहली जैसे दिग्गज से भी आगे लिखवा लिया, आज उनसे जुड़े सुने-अनसुने फैक्ट्स हम आपको बता रहे हैं।
पापा की पसंद ने बनाया लेफ्टहैंड बैटर, 9 साल की उम्र में छाया नाममुंबई में 18 जुलाई, 1996 को जन्मीं स्मृति मंधाना ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उनके पापा ही गेंद फेंकते थे। स्मृति उन्हें तेज फेंकने के लिए कहती थीं। ये देखकर पापा ने 15 गज की दूरी से तेज गेंद फेंकनी शुरू की। छोटी सी मंधाना उन्हें खूबसूरती से बिना डरे ड्राइव करने लगी तो पापा उनके अंदर छिपे क्रिकेटर को पहचान गए। इसके बाद उन्होंने स्मृति को महाराष्ट्र के सांगली शहर में ही मौजूद जूनियर स्टेट कोच अनंत तांबवेकर की एकेडमी में भेजना शुरू कर दिया। स्मृति मंधाना सामान्य काम बाएं हाथ से नहीं करती हैं, लेकिन बैटिंग करते समय वे खब्बू यानी लेफ्टहैंड बैटर बन जाती हैं। इसका राज एक बार खुद उन्होंने ही साझा किया था। उन्होंने बताया था कि उनके पापा को खब्बू बल्लेबाज बहुत पसंद हैं। इस कारण वे और उनका भाई श्रवण, दोनों ही खब्बू बल्लेबाजी करने लगे और फिर यही उनका क्रिकेट स्टाइल बन गया। स्मृति उस समय सुर्खियों में आईं, जब वे महज 9 साल की उम्र में महाराष्ट्र की अंडर-15 टीम में चुन ली गईं। अपने से कई साल बड़ी गेंदबाजों पर बिना घबराए स्मृति ने रन बनाए और 11 साल की उम्र में अंडर-19 टीम का हिस्सा बन गईं। बस यहीं से उनका बड़ा क्रिकेटर बनना तय हो गया।
पहले वर्ल्ड कप में ही छोड़ दी थी छापस्मृति मंधाना के लिए करियर में सबसे बड़ा मौका साल 2017 में आया, जब वे पहली बार टीम इंडिया के लिए महिला विश्व कप स्क्वॉयड का हिस्सा बनी थीं। स्मृति ने इस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 90 रन और न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहद अहम 86 रन की पारी खेली। इससे टीम इंडिया साल 2005 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही। नतीजतन ICC ने स्मृति को महज 20 साल की उम्र में महिला टीम ऑफ द ईयर में अकेली भारतीय प्लेयर के तौर पर चुना था।
विराट कोहली को छोड़ दिया पीछेस्मृति ने भारत के लिए वनडे क्रिकेट (महिला व पुरुष दोनों) में सबसे तेज 5,000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड इसी महिला विश्व कप में बनाया। स्मृति ने महज 112वीं पारी में यह रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही उन्होंने विराट कोहली (114 पारी), विव रिचर्ड्स (114 पारी) जैसे दिग्गजों को भी इस रिकॉर्ड में पछाड़ दिया है। वे पाकिस्तान के बाबर आजम (97 पारी) और साउथ अफ्रीका (101 पारी) के हाशिम अमला के बाद सबसे कम पारियों में 5,000 वनडे रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं। यह रिकॉर्ड कितना बड़ा है, इससे अंदाजा लगाइए कि स्मृति के बाद कम पारी में 5,000 वनडे रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर के तौर पर वेस्टइंडीज की स्टेफनी टेलर ने 129वीं पारी में यह कारनामा किया था। स्मृति मंधाना 29 साल 86 दिन की उम्र में 5,000 वनडे रन पूरे करने के साथ ही दुनिया की सबसे युवा महिला क्रिकेटर भी बन गई हैं।
ऐसा करने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटरस्मृति मंधाना ने महिला विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप मैच में एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाया, जो आज तक कोई महिला क्रिकेटर नहीं बना सकी थीं। स्मृति मंधाना ने 66 गेंद पर 80 रन की पारी में जब 18वां रन बनाया तो यह उनका कैलेंडर ईयर 2025 में 1,000वां वनडे रन था। स्मृति से पहले कभी महिला क्रिकेट में कोई प्लेयर एक कैलेंडर ईयर में 1,000 रन बना सकी है। पिछला रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क का था, जिन्होंने साल 1997 में 970 वनडे रन एक कैलेंडर ईयर में बनाए थे।
करियर में तोड़ दिए हैं ये भी रिकॉर्ड्स
कितनी है स्मृति की नेटवर्थस्मृति मंधाना की नेटवर्थ करीब 33 करोड़ रुपये आंकी जाती है। उनकी कमाई का प्रमुख स्रोत भारतीय क्रिकेट टीम और Women IPL में खेलने से आता है। हालांकि अब उनके पास विज्ञापनों के भी कई कांट्रेक्ट हैं। स्मृति बीसीसीआई के 'ए'ग्रेड सालाना कांट्रेक्ट का हिस्सा हैं, जिसके लिए उन्हें सालाना 50 लाख रुपये मिलते हैं। इसके अलावा उन्हें हर टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, वनडे मैच में खेलने पर 6 लाख रुपये और टी20 मैच में टीम इंडिया का हिस्सा होने पर 3 लाख रुपये की मैच फीस मिलती है। महिला आईपीएल यानी Women's Premier League में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ उनका 3.40 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रेक्ट है। उनकी कमाई का बाकी हिस्सा ब्रांड एंडोर्समेंट और विज्ञापनों में काम करने से आता है।
स्मृति के करियर के आंकड़ों पर एक नजरस्मृति ने टीम इंडिया के लिए 7 टेस्ट मैच में 2 शतक के साथ 629 रन बनाए हैं, जबकि 117 वनडे मैच में वे 14 शतक व 34 फिफ्टी के साथ 5322 रन बना चुकी हैं। टी20 इंटरनेशनल में 153 मैच में उन्होंने 3982 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 31 फिफ्टी शामिल है।
पापा की पसंद ने बनाया लेफ्टहैंड बैटर, 9 साल की उम्र में छाया नाममुंबई में 18 जुलाई, 1996 को जन्मीं स्मृति मंधाना ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उनके पापा ही गेंद फेंकते थे। स्मृति उन्हें तेज फेंकने के लिए कहती थीं। ये देखकर पापा ने 15 गज की दूरी से तेज गेंद फेंकनी शुरू की। छोटी सी मंधाना उन्हें खूबसूरती से बिना डरे ड्राइव करने लगी तो पापा उनके अंदर छिपे क्रिकेटर को पहचान गए। इसके बाद उन्होंने स्मृति को महाराष्ट्र के सांगली शहर में ही मौजूद जूनियर स्टेट कोच अनंत तांबवेकर की एकेडमी में भेजना शुरू कर दिया। स्मृति मंधाना सामान्य काम बाएं हाथ से नहीं करती हैं, लेकिन बैटिंग करते समय वे खब्बू यानी लेफ्टहैंड बैटर बन जाती हैं। इसका राज एक बार खुद उन्होंने ही साझा किया था। उन्होंने बताया था कि उनके पापा को खब्बू बल्लेबाज बहुत पसंद हैं। इस कारण वे और उनका भाई श्रवण, दोनों ही खब्बू बल्लेबाजी करने लगे और फिर यही उनका क्रिकेट स्टाइल बन गया। स्मृति उस समय सुर्खियों में आईं, जब वे महज 9 साल की उम्र में महाराष्ट्र की अंडर-15 टीम में चुन ली गईं। अपने से कई साल बड़ी गेंदबाजों पर बिना घबराए स्मृति ने रन बनाए और 11 साल की उम्र में अंडर-19 टीम का हिस्सा बन गईं। बस यहीं से उनका बड़ा क्रिकेटर बनना तय हो गया।
पहले वर्ल्ड कप में ही छोड़ दी थी छापस्मृति मंधाना के लिए करियर में सबसे बड़ा मौका साल 2017 में आया, जब वे पहली बार टीम इंडिया के लिए महिला विश्व कप स्क्वॉयड का हिस्सा बनी थीं। स्मृति ने इस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 90 रन और न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहद अहम 86 रन की पारी खेली। इससे टीम इंडिया साल 2005 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही। नतीजतन ICC ने स्मृति को महज 20 साल की उम्र में महिला टीम ऑफ द ईयर में अकेली भारतीय प्लेयर के तौर पर चुना था।
विराट कोहली को छोड़ दिया पीछेस्मृति ने भारत के लिए वनडे क्रिकेट (महिला व पुरुष दोनों) में सबसे तेज 5,000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड इसी महिला विश्व कप में बनाया। स्मृति ने महज 112वीं पारी में यह रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही उन्होंने विराट कोहली (114 पारी), विव रिचर्ड्स (114 पारी) जैसे दिग्गजों को भी इस रिकॉर्ड में पछाड़ दिया है। वे पाकिस्तान के बाबर आजम (97 पारी) और साउथ अफ्रीका (101 पारी) के हाशिम अमला के बाद सबसे कम पारियों में 5,000 वनडे रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं। यह रिकॉर्ड कितना बड़ा है, इससे अंदाजा लगाइए कि स्मृति के बाद कम पारी में 5,000 वनडे रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर के तौर पर वेस्टइंडीज की स्टेफनी टेलर ने 129वीं पारी में यह कारनामा किया था। स्मृति मंधाना 29 साल 86 दिन की उम्र में 5,000 वनडे रन पूरे करने के साथ ही दुनिया की सबसे युवा महिला क्रिकेटर भी बन गई हैं।
ऐसा करने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटरस्मृति मंधाना ने महिला विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप मैच में एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाया, जो आज तक कोई महिला क्रिकेटर नहीं बना सकी थीं। स्मृति मंधाना ने 66 गेंद पर 80 रन की पारी में जब 18वां रन बनाया तो यह उनका कैलेंडर ईयर 2025 में 1,000वां वनडे रन था। स्मृति से पहले कभी महिला क्रिकेट में कोई प्लेयर एक कैलेंडर ईयर में 1,000 रन बना सकी है। पिछला रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क का था, जिन्होंने साल 1997 में 970 वनडे रन एक कैलेंडर ईयर में बनाए थे।
करियर में तोड़ दिए हैं ये भी रिकॉर्ड्स
- फरवरी, 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 24 गेंद में भारतीय महिला क्रिकेट की फास्टेस्ट फिफ्टी लगाई।
- वनडे इतिहास में 10 लगातार फिफ्टी स्कोर बनाने वाली स्मृति मंधाना दुनिया की पहली क्रिकेटर हैं।
- दो बार ICC वूमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीतने वाली स्मृति दुनिया की महज दूसरी क्रिकेटर हैं।
- सितंबर, 2016 में हरमनप्रीत कौर और स्मृति ऑस्ट्रेलियाई बिगबैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय बनी थीं।
कितनी है स्मृति की नेटवर्थस्मृति मंधाना की नेटवर्थ करीब 33 करोड़ रुपये आंकी जाती है। उनकी कमाई का प्रमुख स्रोत भारतीय क्रिकेट टीम और Women IPL में खेलने से आता है। हालांकि अब उनके पास विज्ञापनों के भी कई कांट्रेक्ट हैं। स्मृति बीसीसीआई के 'ए'ग्रेड सालाना कांट्रेक्ट का हिस्सा हैं, जिसके लिए उन्हें सालाना 50 लाख रुपये मिलते हैं। इसके अलावा उन्हें हर टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, वनडे मैच में खेलने पर 6 लाख रुपये और टी20 मैच में टीम इंडिया का हिस्सा होने पर 3 लाख रुपये की मैच फीस मिलती है। महिला आईपीएल यानी Women's Premier League में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ उनका 3.40 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रेक्ट है। उनकी कमाई का बाकी हिस्सा ब्रांड एंडोर्समेंट और विज्ञापनों में काम करने से आता है।
स्मृति के करियर के आंकड़ों पर एक नजरस्मृति ने टीम इंडिया के लिए 7 टेस्ट मैच में 2 शतक के साथ 629 रन बनाए हैं, जबकि 117 वनडे मैच में वे 14 शतक व 34 फिफ्टी के साथ 5322 रन बना चुकी हैं। टी20 इंटरनेशनल में 153 मैच में उन्होंने 3982 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 31 फिफ्टी शामिल है।
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