नेपीडॉ: म्यांमार के सशस्त्र विद्रोही समूह अराकान आर्मी और रोहिंग्या मुस्लिम समूहों के बीच संघर्ष तेज हो रहा है। म्यांमार की सैन्य जुंटा से लड़ रही अराकान आर्मी को इस समय रोहिंग्या बलों से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हाल के दिनों में रोहिंग्या मुस्लिमों के हथियारबंद समूह अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA) और रोहिंग्या सॉलिडेरिटी ऑर्गनाइजेशन (RSO) ने के हमलों में अचानक वृद्धि हुई है। रोहिंग्या विद्रोही लगभग एक महीने से अराकान आर्मी को निशाना बना रहे हैं।
बांग्लादेश से रोहिंग्या विद्रोहियों को समर्थन
ARSA और RSO जैसे रोहिंग्या हथियारबंद समूहों को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) और बांग्लादेश की सेना के कुछ हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश की सेना म्यांमार की सैन्य गतिविधियों पर नजर रख रही है। रखाइन राज्य के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाली अराकान आर्मी की रोहिंग्या विद्रोहियों को लेकर अब तक की प्रतिक्रिया रक्षात्मक रही है। लेकिन अब अराकान आर्मी रोहिंग्या को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की योजना बना रही है।
अराकान आर्मी की रोहिंग्या के खिलाफ तैयारी
सूत्रों के अनुसार, म्यांमार-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने के अपने प्रयासों के तहत अराकान आर्मी उन्नत हथियारों, निगरानी प्रणालियों और सैन्य रसद उपकरणों पर खर्च करने की तैयारी कर रही है, जो ARSA और RSO विद्रोहियों का पता लगाने में मददगार साबित होंगे। हालांकि, अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी और रोहिंग्या सोलिडेरिटी ऑर्गनाइजेशन जैसे सशस्त्र समूह अपने हमलों में केवल नागरिकों को ही निशाना बना पाए हैं, लेकिन बांग्लादेशी सुरक्षा प्रतिष्ठानों के इन्हें समर्थन देने की रणनीतिक वजहें हैं।
रोहिंग्या को लेकर बांग्लादेश का प्लान
बांग्लादेशी सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि रोहिंग्या विद्रोही समूहों का समर्थन करके अराकान आर्मी पर दो उद्येश्यों के लिए दबाव बनाया जा सकता है। पहला- अराकान आर्मी को बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से रोहिंग्या शरणार्थियों को माउंगडॉ और बुथिदौंग वापस भेजने के लिए राजी करने की कोशिश करना और दूसरा- अराकान आर्मी को बाहरी एजेंसियों की शर्तों पर राजी करने के लिए मजबूर करना हो सकता है।
इस बीच रखाइन राज्य की राजधानी सित्तवे में सैन्य जुंटा बलों और अराकान आर्मी के बीच लड़ाई तेज हो रही है। सित्तवे में सैन्य जुंटा बल अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं और अराकान सेना के नियंत्रण वाले पोन्नग्युन कस्बे के बाहर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। यह तैनाती क्षेत्र में एक नए हमले का संकेत देती है। ऐसी खबर है कि जुंटा बलों ने सित्तवे-पोन्नग्युन सड़क पर एक महत्वपूर्ण पुल की मरम्मत की है और इस हिस्से पर बंकर बनाए हैं।
बांग्लादेश से रोहिंग्या विद्रोहियों को समर्थन
ARSA और RSO जैसे रोहिंग्या हथियारबंद समूहों को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) और बांग्लादेश की सेना के कुछ हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश की सेना म्यांमार की सैन्य गतिविधियों पर नजर रख रही है। रखाइन राज्य के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाली अराकान आर्मी की रोहिंग्या विद्रोहियों को लेकर अब तक की प्रतिक्रिया रक्षात्मक रही है। लेकिन अब अराकान आर्मी रोहिंग्या को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की योजना बना रही है।
अराकान आर्मी की रोहिंग्या के खिलाफ तैयारी
सूत्रों के अनुसार, म्यांमार-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने के अपने प्रयासों के तहत अराकान आर्मी उन्नत हथियारों, निगरानी प्रणालियों और सैन्य रसद उपकरणों पर खर्च करने की तैयारी कर रही है, जो ARSA और RSO विद्रोहियों का पता लगाने में मददगार साबित होंगे। हालांकि, अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी और रोहिंग्या सोलिडेरिटी ऑर्गनाइजेशन जैसे सशस्त्र समूह अपने हमलों में केवल नागरिकों को ही निशाना बना पाए हैं, लेकिन बांग्लादेशी सुरक्षा प्रतिष्ठानों के इन्हें समर्थन देने की रणनीतिक वजहें हैं।
रोहिंग्या को लेकर बांग्लादेश का प्लान
बांग्लादेशी सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि रोहिंग्या विद्रोही समूहों का समर्थन करके अराकान आर्मी पर दो उद्येश्यों के लिए दबाव बनाया जा सकता है। पहला- अराकान आर्मी को बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से रोहिंग्या शरणार्थियों को माउंगडॉ और बुथिदौंग वापस भेजने के लिए राजी करने की कोशिश करना और दूसरा- अराकान आर्मी को बाहरी एजेंसियों की शर्तों पर राजी करने के लिए मजबूर करना हो सकता है।
इस बीच रखाइन राज्य की राजधानी सित्तवे में सैन्य जुंटा बलों और अराकान आर्मी के बीच लड़ाई तेज हो रही है। सित्तवे में सैन्य जुंटा बल अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं और अराकान सेना के नियंत्रण वाले पोन्नग्युन कस्बे के बाहर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। यह तैनाती क्षेत्र में एक नए हमले का संकेत देती है। ऐसी खबर है कि जुंटा बलों ने सित्तवे-पोन्नग्युन सड़क पर एक महत्वपूर्ण पुल की मरम्मत की है और इस हिस्से पर बंकर बनाए हैं।
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