ज्योति शर्मा, मथुरा: पूज्य संत श्री प्रेमानंद महाराज की नित्य होने वाली पदयात्रा कई दिनों के अंतराल के बाद एक बार फिर उनके पुराने स्थान से शुरू हुई, जिसने वृन्दावन के परिक्रमा मार्ग पर हजारों भक्तों का जनसैलाब ला दिया। महाराज श्री के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला और समूचा वातावरण 'राधे राधे' के जयकारों से गूंज उठा।
हाल ही में स्वास्थ्य कारणों से स्थगित हुई यह पदयात्रा अब श्री कृष्णम सोसाइटी से शुरू होकर श्री हित राधा केली कुंज तक बढ़ी हुई दूरी के साथ आयोजित की गई, जिससे भक्तों को अपने प्रिय संत के सान्निध्य में अधिक समय तक रहने का अवसर मिला। पदयात्रा की दूरी बढ़ाए जाने से भक्तों की खुशी दोगुनी हो गई।
प्रेमानंद महाराज ने भक्तों की अटूट श्रद्धा और प्रेम को स्वीकार करते हुए, महाराज जी ने भी अत्यंत सहजता और विनम्रता से हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और उन्हें आशीर्वाद दिया।
यह पदयात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं थी, बल्कि वृंदावन की धरती पर प्रेम, भक्ति और आस्था का एक अद्भुत संगम थी। लंबी प्रतीक्षा के बाद अपने संत को पुनः पदयात्रा करते देख, भक्तों के चेहरे पर अपार संतोष और प्रसन्नता का भाव छलक उठा। महाराज श्री की दमदार वापसी ने समूचे वृन्दावन में एक नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर दिया है।
हाल ही में स्वास्थ्य कारणों से स्थगित हुई यह पदयात्रा अब श्री कृष्णम सोसाइटी से शुरू होकर श्री हित राधा केली कुंज तक बढ़ी हुई दूरी के साथ आयोजित की गई, जिससे भक्तों को अपने प्रिय संत के सान्निध्य में अधिक समय तक रहने का अवसर मिला। पदयात्रा की दूरी बढ़ाए जाने से भक्तों की खुशी दोगुनी हो गई।
प्रेमानंद महाराज ने भक्तों की अटूट श्रद्धा और प्रेम को स्वीकार करते हुए, महाराज जी ने भी अत्यंत सहजता और विनम्रता से हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और उन्हें आशीर्वाद दिया।
यह पदयात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं थी, बल्कि वृंदावन की धरती पर प्रेम, भक्ति और आस्था का एक अद्भुत संगम थी। लंबी प्रतीक्षा के बाद अपने संत को पुनः पदयात्रा करते देख, भक्तों के चेहरे पर अपार संतोष और प्रसन्नता का भाव छलक उठा। महाराज श्री की दमदार वापसी ने समूचे वृन्दावन में एक नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर दिया है।
You may also like

Cyclone Montha: आर्मी हाई अलर्ट पर... तबाही मचाने आ रहा चक्रवाती तूफान 'मोंथा', इन राज्यों पर खतरा

क्या घंटों सोने के बाद भी नींद पूरी नहीं होती? हो सकते हैं इडियोपैथिक हाइपरसोम्निया के शिकार

20 लाख के सामान के साथ पकड़े गए 8 जुआरी, 6 निकले सरकारी अफसर, प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल

सिकल सेल एनीमिया जैसी जनजातीय क्षेत्रों में होने वाली बीमारियों पर विशेष फोकस करे अस्पताल : राष्ट्रपति

India Oil Imports: भारत की ये 'प्यास' बनती जा रही बड़ा खतरा... सारे टारगेट फेल, अर्थव्यवस्था की कमजोर कड़ी




