रामबाबू मित्तल, मेरठ: ऊर्जामंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर के करीबी माने जाने वाले भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विकुल चपराणा को उस समय जोरदार झटका लगा जब बीच सड़क पर व्यापारी से नाक रगड़वाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा संगठन से लेकर पुलिस प्रशासन तक में हड़कंप मच गया। एक तरफ जहां भाजपा ने विकुल चपराणा को तत्काल पद से हटा दिया। वहीं पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर शांति भंग में चलान कर कोर्ट में पेश किया, जहां से वो जमानत पर रिहा हो गया। घटना के दौरान मौजूद तीन पुलिसकर्मियों चौकी प्रभारी गौरव सिंह, हेड कॉन्स्टेबल चेतन और कॉन्स्टेबल बृजेश को भी एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने लाइन हाजिर कर दिया है।
पार्किंग विवाद बनी अपमानजनक घटना
यह पूरा मामला मेरठ शहर के तेजगढ़ी चौराहे पर बनी कीर्ति पैलेस चौकी क्षेत्र का है। व्यापारी सत्यम रस्तोगी ने बताया कि पार्किंग को लेकर मामूली विवाद हुआ था। उन्होंने कहा मेरी कोई गलती नहीं थी। ना ही किसी से कोई निजी दुश्मनी है। व्यापारी आदमी हूं, झगड़ों से दूर रहता हूं। उसने माफी मांगने को कहा तो मैंने मांग ली। वीडियो में साफ दिख रहा है कि विकुल चपराणा अपने समर्थकों के साथ व्यापारी को सड़क पर झुकाकर नाक रगड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं। पास में पुलिसकर्मी खड़े होकर तमाशा देखते ओर वीडियो बनाते नजर आए।
भाजपा ने की तुरंत कार्रवाई, पद से हटाया गया
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर भाजपा और ऊर्जामंत्री की जमकर किरकिरी हुई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक मामला पहुंचा तो भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर ने विकुल चपराणा को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया। पार्टी नेता तेजा गुर्जर द्वारा जारी आदेश में लिखा गया था व्यापारी के साथ अभद्र व्यवहार और अपमानजनक हरकत भाजपा के संस्कारों और संविधान दोनों का उल्लंघन है। ऐसे व्यक्ति को संगठन में कोई स्थान नहीं दिया जा सकता।
डीजीपी से सख्त कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी को पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा कि आरोपी विकुल चपराणा ने मंत्री का नाम लेकर पुलिस के सामने कारोबारी को धमकाया और नाक रगड़वाई, जो अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने कहा पुलिस ने केवल धारा 151 में चालान कर औपचारिक कार्रवाई की है, जो पूरी तरह से खानापूर्ति है। ऐसे व्यक्ति पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी आम आदमी का अपमान करने की हिम्मत न करे।
पुलिस का रुख:अपमानजनक व्यवहार बर्दाश्त नहीं
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि जैसे ही वीडियो सामने आया, तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। कानून व्यवस्था के नाम पर किसी भी नागरिक का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच की गई, फिलहाल कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
मंत्री ने पल्ला झाड़ा, जनता ने उठाए सवाल
इस मामले पर जब मीडिया ने ऊर्जामंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर से मीडिया ने जब सवाल किया, तो उन्होंने कहा- मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। मेरा नाम तो कोई भी ले सकता है। मेरी विधानसभा बड़ी है, मैं ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं जानता। हालांकि मंत्री के इस बयान के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दीं।
कई यूजर्स ने मंत्री और विकुल चपराणा के साथ केक काटते, सम्मान समारोहों में मंच साझा करते और शहर के चौराहों पर लगे बैनरों की तस्वीरें शेयर कर सवाल उठाए है अगर मंत्री उन्हें नहीं जानते, तो फिर वो व्यक्ति कौन है जो उनके साथ मंच पर खड़ा है?
पार्किंग विवाद बनी अपमानजनक घटना
यह पूरा मामला मेरठ शहर के तेजगढ़ी चौराहे पर बनी कीर्ति पैलेस चौकी क्षेत्र का है। व्यापारी सत्यम रस्तोगी ने बताया कि पार्किंग को लेकर मामूली विवाद हुआ था। उन्होंने कहा मेरी कोई गलती नहीं थी। ना ही किसी से कोई निजी दुश्मनी है। व्यापारी आदमी हूं, झगड़ों से दूर रहता हूं। उसने माफी मांगने को कहा तो मैंने मांग ली। वीडियो में साफ दिख रहा है कि विकुल चपराणा अपने समर्थकों के साथ व्यापारी को सड़क पर झुकाकर नाक रगड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं। पास में पुलिसकर्मी खड़े होकर तमाशा देखते ओर वीडियो बनाते नजर आए।
भाजपा ने की तुरंत कार्रवाई, पद से हटाया गया
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर भाजपा और ऊर्जामंत्री की जमकर किरकिरी हुई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक मामला पहुंचा तो भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर ने विकुल चपराणा को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया। पार्टी नेता तेजा गुर्जर द्वारा जारी आदेश में लिखा गया था व्यापारी के साथ अभद्र व्यवहार और अपमानजनक हरकत भाजपा के संस्कारों और संविधान दोनों का उल्लंघन है। ऐसे व्यक्ति को संगठन में कोई स्थान नहीं दिया जा सकता।
डीजीपी से सख्त कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी को पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा कि आरोपी विकुल चपराणा ने मंत्री का नाम लेकर पुलिस के सामने कारोबारी को धमकाया और नाक रगड़वाई, जो अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने कहा पुलिस ने केवल धारा 151 में चालान कर औपचारिक कार्रवाई की है, जो पूरी तरह से खानापूर्ति है। ऐसे व्यक्ति पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी आम आदमी का अपमान करने की हिम्मत न करे।
पुलिस का रुख:अपमानजनक व्यवहार बर्दाश्त नहीं
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि जैसे ही वीडियो सामने आया, तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। कानून व्यवस्था के नाम पर किसी भी नागरिक का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच की गई, फिलहाल कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
मंत्री ने पल्ला झाड़ा, जनता ने उठाए सवाल
इस मामले पर जब मीडिया ने ऊर्जामंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर से मीडिया ने जब सवाल किया, तो उन्होंने कहा- मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। मेरा नाम तो कोई भी ले सकता है। मेरी विधानसभा बड़ी है, मैं ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं जानता। हालांकि मंत्री के इस बयान के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दीं।
कई यूजर्स ने मंत्री और विकुल चपराणा के साथ केक काटते, सम्मान समारोहों में मंच साझा करते और शहर के चौराहों पर लगे बैनरों की तस्वीरें शेयर कर सवाल उठाए है अगर मंत्री उन्हें नहीं जानते, तो फिर वो व्यक्ति कौन है जो उनके साथ मंच पर खड़ा है?
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