मेरठ: '10 रुपये वाला बिस्किट का पैकेट कितने का दिया जी...' यह डायलॉग आज सोशल मीडिया पर हर किसी की जुबान पर चढ़ गया है। इस अनोखे अंदाज से मशहूर हुए मेरठ के इंचौली गांव के शादाब जकाती अब इंटरनेट सेंसेशन बन चुके हैं। उनके वीडियो पर सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि मशहूर सिंगर बादशाह और क्रिकेटर रिंकू सिंह जैसे सेलिब्रिटी भी रील बनाकर ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं। इसके साथ ही इस वीडियो को बनाने वाले शादाब जकाती की भी खूब चर्चा हो रही है। अब उनके रील बनाने के पैशन की कहानी सामने आई है।
कैसे वायरल हुआ वीडियो?वायरल वीडियो में शादाब एक किराना दुकान पर पहुंचते हैं। वे पूछते हैं कि 10 रुपये वाला बिस्किट का पैकेट कितने का दिया जी? दुकानदार उनकी बात पर झल्ला जाता है। वह कहता है कि 10 रुपये का बिस्कुट कितने का होगा? इस पर शादाब कहते हैं, पूछना तो पड़ेगा ना। भले ही दुकानदार इस दौरान नाराज होता है। दर्शकों को शादाब की टेढ़ी-मेढ़ी चाल और मजेदार डायलॉग डिलीवरी खूब भा गई। यही अंदाज लोगों को इतना पसंद आया कि शादाब देखते ही देखते इंटरनेट स्टार बन गए।
संघर्षों से भरी रही है जिंदगीशादाब जकाती की कहानी आसान नहीं रही। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने जीवन की शुरुआत एक ड्राइवर की नौकरी से की थी। इसके लिए सऊदी अरब तक गए थे। वहीं से उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया। उनके इस जुनून को किसी ने सपोर्ट नहीं किया। शादाब कहते हैं कि परिवार ने भी साथ नहीं दिया, लोग मजाक उड़ाते थे। वे ताने मारते थे।
आखिरकार वीडियो बनाने के शौक के चलते उन्होंने सऊदी अरब की नौकरी छोड़ दी, क्योंकि वहां कंटेंट बनाने पर पाबंदी थी। आर्थिक मुश्किलों का सामना करने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। रील बनाना जारी रखा। आखिरकार उनका वीडियो वायरल हुआ तो लोग उन्हें पहचानने लगे।
बादशाह ने दिलाया बड़ा प्लेटफॉर्मशादाब कहते हैं कि उनकी लोकप्रियता के पीछे सबसे बड़ी वजह सिंगर बादशाह हैं। बादशाह ने उनके डायलॉग पर रील बनाकर पोस्ट किया, जो वायरल हो गई। इसके बाद देशभर में लोग और सेलिब्रिटी इस ट्रेंड को फॉलो करने लगे। शादाब ने कहा कि मैं तहेदिल से बादशाह भाई का शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने मुझे शोहरत दिलाई।
बीमारी ने बनाई पहचानशादाब स्लिप डिस्क की बीमारी से पीड़ित हैं, जिसकी वजह से उनकी चाल टेढ़ी हो गई है। यही टेढ़ी चाल अब उनकी पहचान बन गई है। लोग इसे उनके अंदाज का हिस्सा मानकर पसंद कर रहे हैं। वायरल होने के बावजूद शादाब आज भी मेरठ के अपने छोटे से घर में साधारण जिंदगी जी रहे हैं। हाल यह है कि उनसे मिलने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचते हैं।
शादाब बताते हैं कि कुछ एड कंपनियों से बात चल रही है और ऑफर भी आए हैं। हालांकि, उनका कहना है कि उन्हें फिल्मों का शौक नहीं है। मैं बस रील बनाकर ही खुश हूं। मैं साधारण इंसान ही बना रहना चाहता हूं।
कैसे वायरल हुआ वीडियो?वायरल वीडियो में शादाब एक किराना दुकान पर पहुंचते हैं। वे पूछते हैं कि 10 रुपये वाला बिस्किट का पैकेट कितने का दिया जी? दुकानदार उनकी बात पर झल्ला जाता है। वह कहता है कि 10 रुपये का बिस्कुट कितने का होगा? इस पर शादाब कहते हैं, पूछना तो पड़ेगा ना। भले ही दुकानदार इस दौरान नाराज होता है। दर्शकों को शादाब की टेढ़ी-मेढ़ी चाल और मजेदार डायलॉग डिलीवरी खूब भा गई। यही अंदाज लोगों को इतना पसंद आया कि शादाब देखते ही देखते इंटरनेट स्टार बन गए।
संघर्षों से भरी रही है जिंदगीशादाब जकाती की कहानी आसान नहीं रही। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने जीवन की शुरुआत एक ड्राइवर की नौकरी से की थी। इसके लिए सऊदी अरब तक गए थे। वहीं से उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया। उनके इस जुनून को किसी ने सपोर्ट नहीं किया। शादाब कहते हैं कि परिवार ने भी साथ नहीं दिया, लोग मजाक उड़ाते थे। वे ताने मारते थे।
आखिरकार वीडियो बनाने के शौक के चलते उन्होंने सऊदी अरब की नौकरी छोड़ दी, क्योंकि वहां कंटेंट बनाने पर पाबंदी थी। आर्थिक मुश्किलों का सामना करने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। रील बनाना जारी रखा। आखिरकार उनका वीडियो वायरल हुआ तो लोग उन्हें पहचानने लगे।
बादशाह ने दिलाया बड़ा प्लेटफॉर्मशादाब कहते हैं कि उनकी लोकप्रियता के पीछे सबसे बड़ी वजह सिंगर बादशाह हैं। बादशाह ने उनके डायलॉग पर रील बनाकर पोस्ट किया, जो वायरल हो गई। इसके बाद देशभर में लोग और सेलिब्रिटी इस ट्रेंड को फॉलो करने लगे। शादाब ने कहा कि मैं तहेदिल से बादशाह भाई का शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने मुझे शोहरत दिलाई।
बीमारी ने बनाई पहचानशादाब स्लिप डिस्क की बीमारी से पीड़ित हैं, जिसकी वजह से उनकी चाल टेढ़ी हो गई है। यही टेढ़ी चाल अब उनकी पहचान बन गई है। लोग इसे उनके अंदाज का हिस्सा मानकर पसंद कर रहे हैं। वायरल होने के बावजूद शादाब आज भी मेरठ के अपने छोटे से घर में साधारण जिंदगी जी रहे हैं। हाल यह है कि उनसे मिलने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचते हैं।
शादाब बताते हैं कि कुछ एड कंपनियों से बात चल रही है और ऑफर भी आए हैं। हालांकि, उनका कहना है कि उन्हें फिल्मों का शौक नहीं है। मैं बस रील बनाकर ही खुश हूं। मैं साधारण इंसान ही बना रहना चाहता हूं।
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