नई दिल्ली: एक समय था कि सरकार यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस या यूपीआई (UPI) लेनदेन को लोकप्रिय बनाने के लिए अभियान चला रही थी। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। लोगों को यूपीआई ट्रांजेक्शन की आदत सी लग गई है। तभी तो फेस्टिव सीजन में भी इसके ट्रांजेक्शन में बढ़त दर्ज की गई है। धरतेरस से दिवाली के बीच महज तीन दिनों में ही यूपीआई ट्रांजेक्शन की संख्या में 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से उपलब्ध कराया गया है।
हर रोज 73 करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन
एनपीसीआई से मिली जानकारी के अनुसार धनतेरस से दिवाली के बीच ही यूपीआई से रोज औसतन 73.69 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए। इससे एक साल पहले धनतेरस से दिवाली के बीच हर रोज औसत 56.84 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे। यदि चार साल पहले की अवधि से तुलना करें तो यह संख्या तीन गुना हो चुकी है। साल 2022 में इन तीन दिनों के दौरान हर रोज 24.54 करोड़ ट्रांजेक्शंस हुए थे। यह 2023 में बढ़ कर 42.05 करोड़ तक पहुंचा।
डिजिटल भुगतान में यूपीआई 85%
देश में सभी प्रकार के डिजिटल भुगतान में यूपीआई की हिस्सेदारी भी बढ़ रही है। अब यह 85% हो गई है। दीपावली की पूर्व संध्या पर, यूपीआई के माध्यम से एक ही दिन में 74 करोड़ लेनदेन हुए थे, जो कि यूपीआई से एक दिन में लेनदेन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
अक्टूबर में खूब हो रहा है ट्रांजेक्शन
यदि दशहरा से लेकर दिवाली तक देखें तो इस महीने अब तक प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या 69.5 करोड़ रही है, जो सितंबर के रिकॉर्ड 65.4 करोड़ से 6 प्रतिशत अधिक है। त्योहारी सीजन हमेशा से यूपीआई के इस्तेमाल में वृद्धि का एक प्रमुख प्रेरक रहा है। पिछले साल भी दशहरा और दीपावली दोनों ने डिजिटल भुगतान गतिविधि को बढ़ावा दिया था।
एक लाख करोड़ से भी ज्यादा का हुआ है ट्रांजेक्शन
इस साल 20 अक्टूबर तक, यूपीआई ट्रांजेक्शन की वैल्यू ने छह दिन एक लाख करोड़ रुपए की सीमा को पार किया है। यह सितंबर के मुकाबले दोगुना है। आमतौर पर, यूपीआई से ज्यादातर भुगतान महीने की शुरुआत में वेतन और ईएमआई भुगतान के कारण सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। उसके बाद खर्च कम हो जाता है। महीने के मध्य तक यूपीआई लेनदेन अकसर लगभग 60,000 करोड़ रुपए के दैनिक मूल्य तक गिर जाता है। हालांकि, दीपावली के कारण इस महीने गति मजबूती रही है।
हर रोज 73 करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन
एनपीसीआई से मिली जानकारी के अनुसार धनतेरस से दिवाली के बीच ही यूपीआई से रोज औसतन 73.69 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए। इससे एक साल पहले धनतेरस से दिवाली के बीच हर रोज औसत 56.84 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे। यदि चार साल पहले की अवधि से तुलना करें तो यह संख्या तीन गुना हो चुकी है। साल 2022 में इन तीन दिनों के दौरान हर रोज 24.54 करोड़ ट्रांजेक्शंस हुए थे। यह 2023 में बढ़ कर 42.05 करोड़ तक पहुंचा।
डिजिटल भुगतान में यूपीआई 85%
देश में सभी प्रकार के डिजिटल भुगतान में यूपीआई की हिस्सेदारी भी बढ़ रही है। अब यह 85% हो गई है। दीपावली की पूर्व संध्या पर, यूपीआई के माध्यम से एक ही दिन में 74 करोड़ लेनदेन हुए थे, जो कि यूपीआई से एक दिन में लेनदेन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
अक्टूबर में खूब हो रहा है ट्रांजेक्शन
यदि दशहरा से लेकर दिवाली तक देखें तो इस महीने अब तक प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या 69.5 करोड़ रही है, जो सितंबर के रिकॉर्ड 65.4 करोड़ से 6 प्रतिशत अधिक है। त्योहारी सीजन हमेशा से यूपीआई के इस्तेमाल में वृद्धि का एक प्रमुख प्रेरक रहा है। पिछले साल भी दशहरा और दीपावली दोनों ने डिजिटल भुगतान गतिविधि को बढ़ावा दिया था।
एक लाख करोड़ से भी ज्यादा का हुआ है ट्रांजेक्शन
इस साल 20 अक्टूबर तक, यूपीआई ट्रांजेक्शन की वैल्यू ने छह दिन एक लाख करोड़ रुपए की सीमा को पार किया है। यह सितंबर के मुकाबले दोगुना है। आमतौर पर, यूपीआई से ज्यादातर भुगतान महीने की शुरुआत में वेतन और ईएमआई भुगतान के कारण सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। उसके बाद खर्च कम हो जाता है। महीने के मध्य तक यूपीआई लेनदेन अकसर लगभग 60,000 करोड़ रुपए के दैनिक मूल्य तक गिर जाता है। हालांकि, दीपावली के कारण इस महीने गति मजबूती रही है।
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