डायबिटीज यानी मधुमेह आज विश्वभर में बढ़ती हुई स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। बढ़ते जीवनशैली के बदलाव, गलत खान-पान और तनाव के कारण लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि मधुमेह को पूरी तरह से ठीक करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही आदतों और प्राकृतिक उपायों से ब्लड शुगर को बिना दवाइयों के भी नियंत्रित रखा जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मधुमेह से पीड़ित लोग अगर अपनी जीवनशैली में कुछ खास बदलाव करते हैं, तो वे ब्लड शुगर लेवल को सामान्य बनाए रख सकते हैं और दवाइयों पर निर्भरता कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे पांच असरदार और प्राकृतिक तरीके जो आपको इस राह पर मदद कर सकते हैं।
1. संतुलित और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला आहार अपनाएं
ब्लड शुगर नियंत्रण का सबसे बड़ा स्तंभ है सही खान-पान। ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम वाले खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज, दालें, ताजा सब्जियां, और फल रक्त में शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सफेद चावल, मैदा, और मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करें। इसके बजाय, जई, ब्राउन राइस, और क्विनोआ जैसे अनाज अपने भोजन में शामिल करें। इसके साथ ही, भोजन में फाइबर की मात्रा बढ़ाने से शुगर नियंत्रण में मदद मिलती है।
2. नियमित व्यायाम और योग को दिनचर्या में शामिल करें
शारीरिक गतिविधि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सबसे कारगर उपायों में से एक है। नियमित व्यायाम से शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे ग्लूकोज तेजी से उपयोग होता है।
सादा वॉक, जॉगिंग, साइकिलिंग के साथ-साथ योगासन जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम और सूर्य नमस्कार भी ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करते हैं। रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए जरूरी है।
3. हल्दी का करें नियमित सेवन
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन नामक तत्व में सूजन और रक्त शर्करा को कम करने के गुण पाए जाते हैं। रोजाना दूध या पानी में हल्दी मिलाकर पीने से ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है।
हल्दी से जुड़ी अनेक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि यह इंसुलिन की प्रभावशीलता बढ़ाने में मददगार है। साथ ही हल्दी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है।
4. भोजन के बाद चलना न भूलें
कई बार भोजन के तुरंत बाद आराम कर लेना ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। इसलिए भोजन के 10-15 मिनट बाद 15-20 मिनट की हल्की फुल्की टहलना बहुत फायदेमंद होता है।
यह ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखता है और पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है। भोजन के बाद चलना रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है और इंसुलिन के बेहतर उपयोग में मदद करता है।
5. तनाव को दूर रखें और अच्छी नींद लें
तनाव और नींद की कमी भी ब्लड शुगर को बढ़ाने वाले कारणों में से हैं। तनाव में शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो शुगर स्तर को असंतुलित करता है।
इसलिए ध्यान, मेडिटेशन और अच्छी नींद लेना जरूरी है। नींद पूरी न होने पर शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता कम हो जाती है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
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