By Jitendra Jangid- दोस्तो प्रतिदिन देश के अलग – अलग हिस्सों, शहरों, गावों से युवा हीरों बनने के लिए अपने घर से निकलते है, लेकिन कई 100 में से 1 की ही किस्मत होती हैं, जो हीरो बनते हैं, ऐसे में हम बात करे से सैफ अली खान की तो शुरुआती दिनों मे इनका करियर कुछ खास नहीं रहा लेकिन बात करें वर्ष 2000 की तो करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जिसने उनकी छवि को बदल दिया और उन्हें इंडस्ट्री में एक गंभीर अभिनेता के रूप में स्थापित किया, आइए जानते है पूरी डिटेल्स

इस बदलाव का उत्प्रेरक?
फरहान अख्तर की निर्देशन में बनी पहली फिल्म, दिल चाहता है।
सैफ को यह भूमिका कैसे मिली और उनसे पहले यह भूमिका किसको मिलनी थी, इसके पीछे की रोचक कहानी यहां दी गई है।
दिल चाहता है 2001 में रिलीज़ हुई और तुरंत हिट हो गई, एक कल्ट क्लासिक बन गई जिसने दोस्ती और आधुनिक युवाओं के बॉलीवुड चित्रण को फिर से परिभाषित किया।
इस फिल्म में आमिर खान, अक्षय खन्ना, सैफ अली खान और प्रीति जिंटा ने अभिनय किया था।
सभी के अभिनय की सराहना की गई, समीर के रूप में सैफ अली खान की भूमिका सबसे अलग थी और दर्शकों के सामने उन्हें एक नए, भरोसेमंद अवतार में पेश किया।

सैफ को कास्ट किए जाने से पहले, समीर की भूमिका ऋतिक रोशन और विवेक ओबेरॉय को ऑफर की गई थी। उन्हें स्क्रिप्ट भी पसंद आई थी। लेकिन ऋतिक रोशन ने कथित तौर पर फिल्म को इसलिए ठुकरा दिया क्योंकि उस समय उनकी फिल्में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थीं और वह जोखिम नहीं लेना चाहते थे। इसके बाद यह रोल विवेक ओबेरॉय को ऑफर किया गया, जिन्होंने शुरुआत में सहमति जताई और अपनी डेट्स भी दे दीं। उन्होंने स्क्रिप्ट में बदलाव की मांग की, जिसके कारण टीम ने यह आइडिया छोड़ दिया।
हम तुम के निर्माता आदित्य चोपड़ा ने ही इस रोल के लिए सैफ अली खान की सिफारिश की। यह फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। सैफ ने समीर के किरदार में चार्म, कॉमिक टाइमिंग और प्रामाणिकता लाई।
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