उदयपुर, 25 अगस्त (Indias News). उदयपुर जिले के डबोक थाना क्षेत्र स्थित कुंवारी माइंस में रविवार को पानी में डूबने से चार नाबालिग बच्चों की मौत हो गई. इसके बाद सोमवार तड़के मुआवजे को लेकर प्रशासन, माइंस प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच सहमति बनी. सहमति के बाद चारों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए एमबी अस्पताल की मोर्च्युरी में भेजा गया.
रविवार शाम करीब चार बजे से सोमवार सुबह तक ग्रामीण और मृतकों के परिजन शवों को माइंस गेट के बाहर रखकर विरोध प्रदर्शन करते रहे. पुलिस और प्रशासन की उपस्थिति में माइंस प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन हर बार बात नहीं बनी. ग्रामीण मृतक परिवारों को कुल 50 लाख रुपये और प्रत्येक परिवार से एक सदस्य को माइंस में नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे. बीटीपी नेता अंगूरलाल गमेती ने बताया कि आखिरकार प्रशासन और प्रबंधन की ओर से कुल 30 लाख रुपये का मुआवजा देने पर सहमति बनी. तय समझौते के अनुसार प्रत्येक मृतक परिवार को 7.30 लाख रुपये मिलेंगे.
गौरतलब है कि रविवार को चारों नाबालिग बच्चे बकरियां चराने के बाद नहाने के लिए कुंवारी माइंस में गए थे. बारिश का पानी गहरा होने के कारण वे डूब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों में तीन लड़के और एक लड़की शामिल थे. हादसे के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और माइंस मालिक को बुलाने की मांग करते हुए शवों के साथ धरने पर बैठ गए. लंबे विवाद और वार्ता के बाद समझौते पर सहमति बनने के बाद ही शवों को उठाया गया.
You may also like
बांदा: बारिश में गिरी कच्ची दीवार, मलबे में दबकर बुजुर्ग दंपति की मौत
रोहिणी आचार्य ने एसआईआर प्रक्रिया पर उठाया सवाल, बोलीं- 'जिसे कमल नहीं दिख रहा, उसे घोषित किया गया मृत'
मेनका गांधी: बेबाकी और सशक्तिकरण की मिसाल, कांटों भरा तय किया राजनीतिक सफर
रीम शेख ने देसी अंदाज से लूटा फैंस का दिल
भगवान हनुमान पहले अंतरिक्ष यात्री थे, अनुराग ठाकुर ने छात्रों को दिया ज्ञान