22 सितंबर 2025 से लागू हुए नए नियमों के बाद अब ट्रैवल करना और भी किफायती हो गया है.
होटल रूम पर नई जीएसटी दरेंपहले 7,500 रुपये तक किराए वाले होटल रूम पर 12% जीएसटी देना पड़ता था. अब इसे घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है. अगर आप 5,000 रुपये का कमरा बुक करते हैं तो पहले आपको 600 रुपये टैक्स देना पड़ता था, लेकिन अब सिर्फ 250 रुपये देने होंगे.
1,000 रुपये तक के होटल रूम पहले की तरह टैक्स फ्री रहेंगे. 1,000 से 7,500 रुपये तक के रूम अब सिर्फ 5% जीएसटी लगेगा. इसके अलावा 7,500 रुपये से ऊपर के रूम 18% जीएसटी पहले की तरह ही लागू रहेगा.
इसका सीधा फायदा उन परिवारों और यात्रियों को होगा जो वीकेंड ट्रिप या छुट्टियों में बजट होटल्स चुनते हैं.
फ्लाइट टिकट होंगे सस्तेहवाई सफर करने वालों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है. इकॉनमी क्लास टिकट पर जीएसटी 12% से घटाकर अब सिर्फ 5% कर दिया गया है. जैसे कि अगर किसी इकॉनमी टिकट की कीमत 5,000 रुपये है, तो पहले उस पर 600 रुपये टैक्स लगता था. अब सिर्फ 250 रुपये लगेगा, यानी टिकट सीधा 350 रुपये सस्ता हो जाएगा.
इकॉनमी क्लास टिकट में अब 5% जीएसटी लगेगा.बिजनेस क्लास और फर्स्ट क्लास टिकट में अब 18% जीएसटी होगा, जो पहले 12% था.
सरकार का मकसद है आम लोगों के लिए यात्रा सस्ती करनी है और हाई-एंड सर्विस लेने वालों पर ज्यादा टैक्स लगाना है.
लग्जरी ट्रैवल पर बढ़ा बोझजहां आम यात्रियों को राहत दी गई है, वहीं लग्जरी यात्रा करने वालों पर बोझ बढ़ा है.
प्राइवेट जेट और हेलिकॉप्टर पर अब सीधा 40% जीएसटी लगेगा. पहले इन पर 28% जीएसटी और 3% सेस यानी कुल मिलाकर करीब 31% टैक्स लगता था.
यॉट और लग्जरी बोट्स पर भी यही नई दर लागू होगी.
बिजनेस क्लास और फर्स्ट क्लास टिकट पर अब 18% जीएसटी देना होगा.
ट्रैवल इंडस्ट्री को मिलेगी नई जानकोरोना महामारी के बाद से ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री धीरे-धीरे संभल रही थी. जीएसटी कटौती से इस सेक्टर में फिर से तेजी आने की उम्मीद है.
मेकमाईट्रिप के को-फाउंडर और सीईओ राजेश मागो का कहना है कि होटल और फ्लाइट पर टैक्स घटने से घरेलू यात्रियों की संख्या बढ़ेगी. खासकर परिवारों, तीर्थयात्रियों और छुट्टियों पर जाने वालों को ज्यादा फायदा होगा.
आम लोगों की जेब पर असरये फैसला सीधे तौर पर आम जनता को राहत देगा. अब होटल में रुकना और फ्लाइट से सफर करना दोनों ही सस्ते हो गए हैं. त्योहारों पर जब लोग परिवार और दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बनाते हैं, तब ये कटौती उनकी जेब पर हल्का असर डालेगी.
बजट होटल्स और मिड-रेंज होटलों की बुकिंग बढ़ सकती है. हवाई सफर अब पहले से ज्यादा लोगों की पहुंच में आ जाएगा और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
बता दें कि जहां एक ओर बजट और मिड-रेंज यात्रियों को होटल और फ्लाइट टिकट सस्ते होने का फायदा मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ लग्जरी यात्रा करने वालों को ज्यादा टैक्स देना होगा. सरकार चाहती है कि ज्यादातर लोग ट्रैवल करें और पर्यटन बढ़े, लेकिन लग्जरी सुविधाएं लेने वाले लोग ज्यादा टैक्स दें.
होटल रूम पर नई जीएसटी दरेंपहले 7,500 रुपये तक किराए वाले होटल रूम पर 12% जीएसटी देना पड़ता था. अब इसे घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है. अगर आप 5,000 रुपये का कमरा बुक करते हैं तो पहले आपको 600 रुपये टैक्स देना पड़ता था, लेकिन अब सिर्फ 250 रुपये देने होंगे.
1,000 रुपये तक के होटल रूम पहले की तरह टैक्स फ्री रहेंगे. 1,000 से 7,500 रुपये तक के रूम अब सिर्फ 5% जीएसटी लगेगा. इसके अलावा 7,500 रुपये से ऊपर के रूम 18% जीएसटी पहले की तरह ही लागू रहेगा.
इसका सीधा फायदा उन परिवारों और यात्रियों को होगा जो वीकेंड ट्रिप या छुट्टियों में बजट होटल्स चुनते हैं.
फ्लाइट टिकट होंगे सस्तेहवाई सफर करने वालों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है. इकॉनमी क्लास टिकट पर जीएसटी 12% से घटाकर अब सिर्फ 5% कर दिया गया है. जैसे कि अगर किसी इकॉनमी टिकट की कीमत 5,000 रुपये है, तो पहले उस पर 600 रुपये टैक्स लगता था. अब सिर्फ 250 रुपये लगेगा, यानी टिकट सीधा 350 रुपये सस्ता हो जाएगा.
इकॉनमी क्लास टिकट में अब 5% जीएसटी लगेगा.बिजनेस क्लास और फर्स्ट क्लास टिकट में अब 18% जीएसटी होगा, जो पहले 12% था.
सरकार का मकसद है आम लोगों के लिए यात्रा सस्ती करनी है और हाई-एंड सर्विस लेने वालों पर ज्यादा टैक्स लगाना है.
लग्जरी ट्रैवल पर बढ़ा बोझजहां आम यात्रियों को राहत दी गई है, वहीं लग्जरी यात्रा करने वालों पर बोझ बढ़ा है.
प्राइवेट जेट और हेलिकॉप्टर पर अब सीधा 40% जीएसटी लगेगा. पहले इन पर 28% जीएसटी और 3% सेस यानी कुल मिलाकर करीब 31% टैक्स लगता था.
यॉट और लग्जरी बोट्स पर भी यही नई दर लागू होगी.
बिजनेस क्लास और फर्स्ट क्लास टिकट पर अब 18% जीएसटी देना होगा.
ट्रैवल इंडस्ट्री को मिलेगी नई जानकोरोना महामारी के बाद से ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री धीरे-धीरे संभल रही थी. जीएसटी कटौती से इस सेक्टर में फिर से तेजी आने की उम्मीद है.
मेकमाईट्रिप के को-फाउंडर और सीईओ राजेश मागो का कहना है कि होटल और फ्लाइट पर टैक्स घटने से घरेलू यात्रियों की संख्या बढ़ेगी. खासकर परिवारों, तीर्थयात्रियों और छुट्टियों पर जाने वालों को ज्यादा फायदा होगा.
आम लोगों की जेब पर असरये फैसला सीधे तौर पर आम जनता को राहत देगा. अब होटल में रुकना और फ्लाइट से सफर करना दोनों ही सस्ते हो गए हैं. त्योहारों पर जब लोग परिवार और दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बनाते हैं, तब ये कटौती उनकी जेब पर हल्का असर डालेगी.
बजट होटल्स और मिड-रेंज होटलों की बुकिंग बढ़ सकती है. हवाई सफर अब पहले से ज्यादा लोगों की पहुंच में आ जाएगा और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
बता दें कि जहां एक ओर बजट और मिड-रेंज यात्रियों को होटल और फ्लाइट टिकट सस्ते होने का फायदा मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ लग्जरी यात्रा करने वालों को ज्यादा टैक्स देना होगा. सरकार चाहती है कि ज्यादातर लोग ट्रैवल करें और पर्यटन बढ़े, लेकिन लग्जरी सुविधाएं लेने वाले लोग ज्यादा टैक्स दें.
You may also like
बेटी को कैसे बताऊं कि उसका` भाई ही उसका पिता है महिला ने खोला चौंकाने वाला राज
3 नवंबर से बदल जाएंगे UPI से जुड़े नियम, अब तेजी से होगा सेटलमेंट और रिफंड
Crime : 'मुंह में भरे पत्थर, गोंद से चिपका दिए होंठ…', भीलवाड़ा में 15 दिन के नवजात के साथ हैवानियत
जीएसटी से एसी की कीमतें 2,000 से 3,000 रुपए घटेंगी, नए एनर्जी सेविंग गाइडलाइन को लागू करने में मिलेगी मदद: रिपोर्ट
खड़गे पर शाहनवाज हुसैन का पलटवार, नीतीश पर टिप्पणी मतलब पूरे बिहार का अपमान