गुजरात के पूर्व कप्तान प्रियंक पांचाल ने पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अफरीदी की गेंदबाजी में धार, गति और अनुशासन की कमी है। 25 वर्षीय शाहीन अफरीदी के भारत के विरुद्ध सुपर फोर मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद उनकी काफी आलोचना हुई।
अफरीदी ने 3.5 ओवरों में बिना कोई विकेट लिए 40 रन दिए, जिसके कारण सोशल मीडिया पर उनकी काफी निंदा हुई। एशिया कप सुपर फोर का यह मैच दुबई के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में हुआ था। 2021 में इसी ग्राउंड पर शाहीन ने भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ी थी और पाकिस्तान ने भारत को हराकर उनके विरुद्ध अपना पहला विश्व कप का मैच जीता था।
आइए देखते हैं प्रियंक पांचाल ने क्या कहा“मैं हमेशा शाहीन अफरीदी के चारों ओर की हाइप को समझने में असफल रहूंगा। यह कुछ साल पहले की कुछ अच्छी डिलीवरी का एक क्लासिक मामला है, जिसने किसी के लड़खड़ाते करियर को लंबा कर दिया। कोई ज़िप नहीं, कोई गति नहीं, कोई अनुशासन नहीं। मैंने प्रथम श्रेणी के गेंदबाजों को इससे अधिक निरंतरता के साथ बेहतर स्पैल डालते देखा है,” पांचाल ने एक्स/ट्विटर पर लिखा।
अफरीदी के उस शानदार स्पेल के बाद उनके करियर का ग्राफ गिरता चला गया। उनकी गति, धार और नियंत्रण में कई बदलाव आए, जिसके कारण वे अनुशासनहीन गेंदबाज़ी कर रहे हैं। अफरीदी की यह कमज़ोरी, भारतीय ओपनर अभिषेक शर्मा ने जल्द पहचान ली और उनके खिलाफ निडर और बेफिक्र होकर बल्लेबाजी की।
अभिषेक ने केवल 39 गेंदों में 74 रन बनाएअभिषेक ने केवल 39 गेंदों में 74 रन बनाए, इस पारी में 6 चौके और 5 छक्के शामिल थे। प्लेयर ऑफ द मैच की इस पारी की बदौलत भारत ने 172 रन का लक्ष्य छह विकेटों से अपने नाम कर लिया। मैच में कुछ तनावपूर्ण लम्हे भी देखने को मिले, जिसमें बाउंड्री लगने के बाद अफरीदी ने शुभमन गिल से कुछ कहा और बाद में हारिस रऊफ की अभिषेक के साथ नोक-झोंक हुई।
शाहीन अफरीदी की गेंदबाजी की तुलना यदि भारतीय गेंदबाजी दल से करें तो हमें बहुत अंतर देखने को मिलेंगे। भारत के सभी गेंदबाजों ने जरूरत के वक्त अपने हाथ खड़े कर, अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
शाहीन ने महंगे स्पैल डाले और अनुशासन की कमी दिखाई, इसलिए कई लोगों ने उसकी ऊर्जा और गति की कमी के लिए आलोचना की। वहीं, भारत के बल्लेबाजों ने, जिसका नेतृत्व बाएं हाथ के अभिषेक ने किया, एक ऐसे मुकाबले में आरामदायक जीत सुनिश्चित की जो रोमांचक और काफी तनावपूर्ण था।
You may also like
ईश्वर शरण महाविद्यालय में गूंजी चौरी चौरा के संघर्ष की गाथा
Mercedes-Hyundai को टक्कर देगी Volvo की नई SUV, इस दिन से पहले बुक करने पर मिलेगा बंपर डिस्काउंट; जानें कीमत और फीचर्स
चीन का के-वीज़ा क्या है और भारतीयों के लिए क्या ये एच-1बी वीज़ा की जगह ले सकेगा?
रूस के Su-57 जेट को भारत ने कमजोर बताकर छोड़ा, क्या उसे ही खरीदेगी मोदी सरकार, जानें क्या है मजबूरी
Asia Cup 2025 Super Fours Match-3rd: पाकिस्तान बनाम श्रीलंका, यहां देखिए Match Prediction और संभावित प्लेइंग XI