सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य के लिए कई तरह की चुनौतियां लेकर आता है, खासकर अस्थमा रोगियों के लिए। ठंडी हवा, सूखा मौसम और वातावरण में प्रदूषण अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं, जिससे मरीजों की सांस लेने में तकलीफ और स्थिति गंभीर हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में अस्थमा की समस्या को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए इसके प्रति जागरूक रहना और सही बचाव करना बहुत जरूरी है।
अस्थमा एक पुरानी फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें सांस की नली सिकुड़ जाती है और सांस लेने में दिक्कत होती है। सर्दियों में वायरल संक्रमण और ठंडी हवा इस समस्या को और बढ़ा देते हैं। आइए जानते हैं अस्थमा से बचाव के 5 महत्वपूर्ण उपाय, जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
1. ठंडी हवा से बचाव करें
सर्दियों में ठंडी और सूखी हवा अस्थमा के मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। ठंडी हवा सांस की नली को जलन पहुंचाकर ब्रोंकस सिकोड़ सकती है। इसलिए कोशिश करें कि बाहर निकलते वक्त मुँह और नाक को गरम स्कार्फ या मास्क से ढकें, ताकि ठंडी हवा सीधे अंदर न जाए।
2. घर और आसपास साफ-सफाई रखें
सर्दियों में धूल, मोल्ड और धुएं का स्तर बढ़ जाता है, जो अस्थमा के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। घर में नियमित रूप से साफ-सफाई करें, कालीन, पर्दे और बेडशीट को धोएं और धूल जमा न होने दें। साथ ही, धुआं छोड़ने वाले स्रोतों से बचें और अगर कोई स्मोकिंग करता है तो उसके साथ कम संपर्क रखें।
3. डॉक्टर के निर्देशानुसार दवाइयां लें
अस्थमा की दवाइयों को सर्दियों में और ज्यादा नियमित रूप से लेना चाहिए। यदि आपकी दवाइयां छूटती हैं या आप उन्हें रोक देते हैं, तो अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। दवा न भूलें और डॉक्टर से नियमित सलाह लेते रहें।
4. सर्दियों में पौष्टिक आहार और हाइड्रेशन जरूरी
सर्दियों में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखना बेहद जरूरी है। विटामिन सी, विटामिन डी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। साथ ही पानी पीते रहें, क्योंकि शरीर में पानी की कमी फेफड़ों को कमजोर कर सकती है। गर्म पानी और सूप भी फेफड़ों को आराम देने में मदद करते हैं।
5. व्यायाम और योग करें, पर सतर्क रहें
नियमित व्यायाम और योग से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और अस्थमा में सुधार होता है। लेकिन सर्दियों में बाहर कड़कड़ाती ठंड में भारी व्यायाम से बचें। हल्की गर्माहट वाले कमरे में योग या स्ट्रेचिंग करना बेहतर रहेगा। साथ ही सांस की गहरी एक्सरसाइज जैसे प्राणायाम भी फायदेमंद होती है।
विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि सर्दियों में अस्थमा के मरीजों को खुद को ज्यादा एक्सपोज़र से बचाना चाहिए। अगर सांस में तकलीफ या सीने में भारीपन महसूस हो तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। किसी भी तरह के अस्थमा अटैक को हल्के में न लें क्योंकि यह जानलेवा हो सकता है।
यह भी पढ़ें:
चेहरे के 5 खतरनाक संकेत, हो सकते हैं गंभीर रोगों की पहली चेतावनी
You may also like
'420 फ्रॉड शुभमन गिल', एशिया कप में फ्लॉप शुभमन पर भड़के इंडियन फैंस
भारत के इस रेलवे स्टेशन` पर कदम रखने के लिए लगता है पासपोर्ट वीजा नहीं होने पर हो जाती है जेल
India-Canada Relations : भारत से रिश्ते सुधारने में जुटा कनाडा, एनएसए नथाली ड्रोइन और उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने दिल्ली में भारतीय अधिकारियों से की मुलाकात
दिलजीत के बाद कांतारा से जुड़ा बॉलीवुड का ये सुपरस्टार, यूजर्स बोले- बजट कहां जाएगा
भोजपुरी क्वीन अंजना सिंह का 'बोल कफ्फारा क्या होगा' पर वीडियो, सोशल मीडिया पर मचा धमाल