जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत हो चुकी है। यह अभियान 4 नवंबर से 18 नवंबर तक चलेगा। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, नगर परिषद और अन्य कई संस्थाओं के संयुक्त सहयोग से यह पहल की जा रही है।
🔹 सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोरअभियान का उद्देश्य आमजन में यातायात नियमों के पालन को लेकर जागरूकता पैदा करना है। अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों — जैसे रैलियां, पोस्टर प्रतियोगिता, स्कूलों में वर्कशॉप, हेलमेट-जागरूकता ड्राइव और ट्रैफिक सेमिनार — का आयोजन किया जा रहा है।
जिला परिवहन अधिकारी आर.एस. चौहान ने बताया कि बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल पुलिस या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह ट्रैफिक नियमों का पालन करे।
🔹 संयुक्त टीमों ने शुरू की कार्रवाईअभियान के पहले ही दिन पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमों ने शहर के प्रमुख चौराहों और राजमार्गों पर वाहन जांच अभियान चलाया। हेलमेट न पहनने वाले दोपहिया चालकों और सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले कार चालकों को रोका गया और उन्हें जागरूक किया गया।
कई जगह लोगों को गुलाब का फूल देकर ‘सुरक्षित चलो – घर पहुंचो’ का संदेश दिया गया।
अभियान के दौरान चालान से ज्यादा जोर जागरूकता और सुधारात्मक कार्रवाई पर दिया जा रहा है।
🔹 स्कूल-कॉलेजों में भी जागरूकता कार्यक्रमछात्रों को सड़क सुरक्षा के महत्व से जोड़ने के लिए जिले के स्कूलों और कॉलेजों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यातायात पुलिस कर्मी छात्रों को रोड सेफ्टी नियम, सड़क पार करने की सावधानियां, और नशे में वाहन चलाने के खतरों के बारे में समझा रहे हैं।
नगर परिषद की ओर से शहर के व्यस्त इलाकों में सड़क सुरक्षा होर्डिंग्स और LED डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं, जिन पर ट्रैफिक संदेश दिखाए जा रहे हैं।
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